आंगनबाड़ी केंद्रों को प्री-नर्सरी स्कूल की भांति बनाया जाएगा - जिलाधिकारी जौनपुर

जौनपुर । अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों, बाल विकास एवं महिला कल्याण विभाग द्वारा प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसमें महिलाओं द्वारा तैयार किया गया आचार, मुरब्बा लड्डू, सब्जी फल की प्रदर्शनी लगाई गई।
कार्यक्रम में ’’बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’’, कन्या सुमंगला योजना का स्टाल लगाकर प्रचार सामाग्री का वितरण किया। प्रदर्शनी का शुभारंभ राज्यमंत्री आवास एवं शहरी नियोजन उत्तर प्रदेश माननीय गिरीश यादव ने फीता काटकर किया। पोषण पखवारा 08 मार्च से 22 मार्च तक चलाया जाएगा, जिसका जन-जागरण अभियान हस्ताक्षर करके मा0 मंत्री जी एवं जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर मा0 मंत्री जी ने किया। इस अवसर पर आशा और आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि  यह कार्यक्रम पूरे 15 दिन चलाया जायेगा, जिसमें आरोग्य मेला, बच्चों की लंबाई, ऊंचाई, वजन की जांच की जायेगी। इसमें स्वयं सेवी संस्थाओं की महिलाओं का भी योगदान लिया जाएगा। कार्यक्रम में गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों को अनप्रासन एवं उपहार देकर किया गया। इस अवसर पर मा0 मंत्री जी ने महिला दिवस की बधाई देते हुए कहा गर्भवती महिलाओं के पैदा हुए बच्चों को अच्छे आहार मिले उनके सपने को साकार करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह कार्यक्रम प्रारंभ किया है इसके तहत 6000 का पौष्टिक आहार के लिए प्रदान किए जाते हैं ताकि बच्चों को कुपोषण से बचाया जा सके। जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को संबोधित करते हुए कहा आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का दायित्व बहुत बड़ा है। आंगनबाडी केन्द्रो को साफ-सुधरा रखे। इससे बच्चों में आकर्षण पैदा होगी और उनके बैठने की व्यवस्था ठीक होनी चाहिए। उन्हें खेल-खेल में काफी कुछ सीखा सकते हैं। आंगनबाड़ी केंद्रों को प्री-नर्सरी स्कूल की भांति बनाया जाएगा। उन्होंने कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि कुछ आंगनवाड़ी केंद्रों की आंगनबाड़ियों को नर्सरी स्कूल भेजकर वहां के अनुभव को प्राप्त करें तथा आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को वही वातावरण पैदा करें। आंगनबाड़ी गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण की जानकारी दें। उन्हें सरकारी अस्पतालों में ले जाकर डिलीवरी कराने के लिए प्रोत्साहित करें। और मूशहर बस्ती में जाकर पूरी लगन से कार्य करे। पोषाहार वितरण में ईमानदारी लाएं। इसके साथ ही आगामी 01 अप्रैल 2020 के प्रारंभ होने वाले नए सत्र से गांव के उन बच्चों को दाखिला कराएं जो स्कूल में नहीं जाते। कार्यक्रम में आंगनबाड़ी सुनीता एवं अलका सिन्हा ने अपने विचारों एवं सुझाव से लोगों को लाभान्वित किया। मुख्य विकास अधिकारी अनुपम शुक्ला ने आंगनबाड़ी से प्रोन्नति पाकर सुपरवाइजर बनी महिलाओं को पुष्प देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर यूनिसेफ के मण्डल कोआडिनेटर अंजनी राय, जिला कार्यक्रम अधिकारी राकेश कुमार मिश्रा, महिला कल्याण अधिकारी नीता वर्मा, जिला समन्वयक प्रतिभा सिंह, बबीता, बाल संरक्षण अधिकारी चंदन राय सहित महिला कल्याण एवं प्रोबेशन विभाग के कर्मचारी, आंगनवाड़ी कार्यकत्रिया एवं आशा आदि उपस्थित रहे।